Poetry: ramazan

Postry:islamic Ramazanhttps://hamariweb.com/poetries/sad_poetries2.aspx    یی پہلی رمضان ہے جہاں 
             انسانوں کو شیطان کے سامنے قید کیا گیا تھا

यह पहला रमज़ान है जहाँ इंसानों को शैतान की मौजूदगी में कैद किया गया

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